पिछले हफ्ते भारतीय शेयर बाजार में अच्छी खासी तेजी देखने को मिली। प्रमुख सूचकांकों ने 1% से ज़्यादा की बढ़त दर्ज की, जिससे साल 2025 की शुरुआत काफी सकारात्मक रही। इस बढ़त में ऑटोमोबाइल स्टॉक्स ने खासा योगदान दिया, जिनकी बिक्री में जबरदस्त उछाल ने निवेशकों को खुश किया। इसके अलावा, ऑयल और गैस सेक्टर में भी मजबूत खरीदारी हुई और घरेलू संस्थागत निवेशकों ने सक्रिय रूप से बाजार में हिस्सा लिया, जिससे बाजार को अच्छी खासी सहारा मिला।
विदेशी और घरेलू निवेशकों की हालिया चालें
फ्राइडे, 3 जनवरी को विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने भारतीय बाजार में कुल ₹4,227.25 करोड़ की नेट बिकवाली की। यह बिकवाली बाजार पर थोड़ा नकारात्मक असर डाल सकती है। दूसरी ओर, घरेलू संस्थागत निवेशकों ने उसी दिन कैश मार्केट में ₹820.60 करोड़ की नेट खरीदारी की, जिसने बाजार में थोड़ी स्थिरता लाई। विदेशी निवेशकों की बिकवाली, डॉलर की मजबूती और रुपये की कमजोरी ने बाजार पर कुछ दबाव बनाया है, इसलिए निवेशकों को सतर्क रहने की सलाह दी जाती है।
बाजार में अवसरों की तलाश
विश्लेषकों का मानना है कि इस समय बाजार में चुनिंदा स्टॉक्स में निवेश करना बेहतर हो सकता है। छोटे और मध्यम आकार की कंपनियों में निवेश करने से अच्छे रिटर्न मिलने की संभावना बनी हुई है। खासकर उन सेक्टर्स पर ध्यान देना चाहिए जो वर्तमान में अच्छी तेजी या स्थिरता दिखा रहे हैं।
Religare Broking के विशेषज्ञ की राय
Religare Broking के अजीत मिश्रा ने हाल की तीन दिनों की लगातार रैली के बाद बाजार में थोड़ी गिरावट पर ध्यान दिया। उन्होंने बताया कि फ्राइडे को निफ्टी ने सपाट शुरुआत की और दिन के निचले स्तर, लगभग 24,005 पर बंद हुआ। सेक्टोरल रूप से देखा जाए तो एनर्जी और FMCG सेक्टर्स ने अच्छा प्रदर्शन किया, जबकि IT और फार्मा सेक्टर्स में दबाव रहा। अजीत मिश्रा ने कहा कि हाल की रिकवरी के बाद यह पुलबैक सामान्य लगता है और तब तक जारी रह सकता है जब तक निफ्टी 24,250 के रेजिस्टेंस स्तर को मजबूती से पार नहीं कर लेता। उन्होंने निवेशकों को सलाह दी कि इस समय केवल चुनिंदा स्टॉक्स में ही निवेश करें, खासकर छोटी अवधि में FMCG, ऑटो और एनर्जी सेक्टर्स में अच्छे रिटर्न मिलने की संभावना है।
स्मॉलकैप स्टॉक्स में उछाल और गिरावट
BSE स्मॉलकैप इंडेक्स में इस दौरान लगभग 2% की तेजी आई। कुछ स्टॉक्स में 15-40% तक की बढ़त देखी गई, जैसे:
- Apollo Micro Systems
- ITI
- Manoj Vaibhav Gems N Jewellers
- EPack Durables
- Lloyds Metals and Energy
- JSW Holdings
- India Tourism Development Corporation
- Saregama India
- Mercury Ev-Tech
- Arihant Superstructures
- Taj GVK Hotels & Resorts
- Indo Tech Transformers
- Sequent Scientific
लेकिन कुछ स्मॉलकैप स्टॉक्स में गिरावट भी हुई, जैसे:
- Banco Products (India)
- Surya Roshni
- Jai Corp
- Triveni Engineering and Industries
- Ethos
- TVS Holdings
- Balaji Amines
- Cyient
- PC Jeweller
- Paisalo Digital
- Tips Music
इन स्टॉक्स में 7-54% तक की गिरावट देखी गई, जिससे ये साबित होता है कि स्मॉलकैप मार्केट में उच्च रिटर्न के साथ-साथ उच्च जोखिम भी मौजूद है।
निफ्टी के अगले कदम
नागराज शेट्टी, HDFC Securities की राय
नागराज शेट्टी का कहना है कि निफ्टी के लिए छोटी अवधि का ट्रेंड अभी भी मजबूत है। अगर निफ्टी गुरुवार के ऊपरी स्तर, यानी 24,226 के ऊपर निर्णयात्मक रूप से जाता है, तो बाजार में नए खरीदारी के मौके बन सकते हैं। इस दिशा में बढ़ने पर निफ्टी 24,400 – 24,500 के स्तर तक जा सकता है। दूसरी तरफ, अगर निफ्टी 23,930 – 23,840 के स्तर पर सपोर्ट नहीं बना पाता है, तो गिरावट की संभावना बनी रहती है।
रुपक डे, LKP Securities की राय
रुपक डे ने तकनीकी विश्लेषण करते हुए कहा कि डेली टाइमफ्रेम पर निफ्टी 50-DEMA को पार नहीं कर पा रहा है, जिसके कारण इंडेक्स में फ्राइडे को करेक्शन हो सकती है। हालांकि, निफ्टी 24,000 के करीब बंद होने में सफल रहा है और बाजार का सेंटीमेंट पॉजिटिव बना हुआ है। डे का मानना है कि निफ्टी ऊपर की ओर 24,200 – 24,220 तक जा सकता है, और 24,220 के पार जाने पर 24,500 अगला लक्ष्य होगा। दूसरी ओर, अगर निफ्टी 24,000 के नीचे फिसलता है, तो इंडेक्स 23,700 तक गिर सकता है।
निष्कर्ष
फिलहाल बाजार में विदेशी निवेशकों की बिकवाली और डॉलर की मजबूती के बावजूद, घरेलू संस्थागत निवेशकों की खरीदारी ने बाजार को स्थिरता प्रदान की है। विभिन्न सेक्टर्स में मिश्रित प्रदर्शन और स्मॉलकैप स्टॉक्स में उच्च रिटर्न के साथ-साथ उच्च जोखिम देखने को मिल रहे हैं। तकनीकी विश्लेषण से स्पष्ट होता है कि निफ्टी के आगे के रास्ते महत्वपूर्ण स्तरों पर निर्भर करते हैं। इसलिए, निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे सावधानीपूर्वक चुनिंदा स्टॉक्स में ही निवेश करें और बाजार की मौजूदा स्थितियों को ध्यान में रखते हुए अपनी रणनीति बनाएं।