टाटा ग्रुप की प्रमुख आईटी और डिजाइन सर्विसेज कंपनी टाटा एलेक्सी ने दिसंबर 2024 तिमाही के वित्तीय नतीजों की घोषणा कर दी है। कंपनी का नेट प्रॉफिट 3.6% घटकर 199 करोड़ रुपये पर आ गया, जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 206.43 करोड़ रुपये था। तिमाही आधार पर यह गिरावट और भी अधिक, 13.3% की गिरावट के साथ 229.43 करोड़ रुपये रही।
कंपनी के कुल परिचालन से राजस्व में मामूली वृद्धि देखने को मिली, जो एक साल पहले के 914.23 करोड़ रुपये से बढ़कर 939.17 करोड़ रुपये हो गया। हालांकि, एबिटा (EBITDA) प्रदर्शन पर दबाव रहा। एबिटा से पहले की आय 7.7% घटकर 220.07 करोड़ रुपये रह गई, जो सितंबर तिमाही में 239.2 करोड़ रुपये थी। एबिटा मार्जिन में भी गिरावट दर्ज की गई और यह 24.2% पर आ गया, जो पिछली तिमाही में 25.7% था।
गिरावट के कारण
टाटा एलेक्सी ने इस प्रदर्शन पर टिप्पणी करते हुए जियो-पॉलिटिकल अनिश्चितता, मुद्रा अस्थिरता, और यूरोप व अमेरिका में उद्योग संबंधी चुनौतियों को जिम्मेदार ठहराया। विशेष रूप से, वैश्विक मांग में कमजोरी और क्लाइंट्स द्वारा आईटी खर्च में कटौती के चलते कंपनी को नुकसान झेलना पड़ा।
भविष्य की योजनाएं और गठजोड़
हाल ही में कंपनी ने क्वालकॉम टेक्नोलॉजीज के साथ साझेदारी की योजना बनाई है। इस डील के तहत, टाटा एलेक्सी, क्वालकॉम के स्नैपड्रैगन ऑटोमोटिव प्लेटफॉर्म का उपयोग करते हुए सॉफ्टवेयर-डिफाइंड व्हीकल्स (SDV) के विकास और उसे तेजी से अपनाने पर काम करेगी। यह पहल, अगली पीढ़ी के ऑटोमोटिव टेक्नोलॉजी को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
शेयर प्रदर्शन और विशेषज्ञ राय
टाटा एलेक्सी का शेयर 6443.70 रुपये के स्तर पर बंद हुआ, जो अगस्त 2024 में अपने 52-सप्ताह के उच्चतम स्तर 9,082.90 रुपये से 25% नीचे है। प्रमुख ब्रोकरेज हाउसेस ने इस पर अलग-अलग रेटिंग दी हैं:
कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज: 5,600 रुपये का टारगेट प्राइस देते हुए शेयर पर ‘सेल’ रेटिंग दी है।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज: इसे 6,865 रुपये के टारगेट के साथ ‘रेड्यूस’ का सुझाव दिया है।
निवेशकों के लिए सलाह
कंपनी के प्रदर्शन और शेयर मूल्य में गिरावट के बावजूद, क्वालकॉम के साथ साझेदारी जैसे रणनीतिक कदम इसे भविष्य में मजबूती दे सकते हैं। फिर भी, किसी भी प्रकार की खरीदारी से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह अवश्य लें।
निष्कर्ष: टाटा एलेक्सी के तिमाही नतीजे कुछ दबाव में हैं, लेकिन कंपनी के नवाचार और साझेदारियों की संभावनाओं से भविष्य में सुधार की उम्मीद की जा सकती है।